o saathi re | Upload Music
ओ साथी रे दिन डूबे न
आ चल दिन को रोके
धुप के पीछे दौड़े छाँव छूए ना
ओ साथी रे
थका-थका सूरज जब नदी से होकर निकलेगा
हरी-हरी काई पे पाँव पडा तो फिसलेगा
तुम रोक के रखना मैं जाल गिराऊँ
तुम पीठ पे लेना मैं हाथ लगाऊँ
दिन डूबे ना
तेरी मेरी अट्टी-बट्टी
दांत से काटी कट्टी
रे जियो ना ओ पिहू रे
ओ पीहू रे ना जईओ न
कभी-कभी यूं करना मैं डांटू और तुम डरना
उबल पड़े आँखों से मीठे पानी का झरना
तेरे दोहरे बदन सिल जाऊँगी रे
जब करवट लेना छिल जाऊँगी रे
ओ संग ले जाऊँगा
तेरी-मेरी अंगनी-मंगनी
अंग संग लागे संगनी
संग ले जाऊं ओ पिहू रे
ओ साथी रे दिन डूबे न
थका-थका सूरज जब नदी से होकर निकलेगा
हरी-हरी काई पे पाँव पडा तो फिसलेगा
तुम रोक के रखना मैं जाल गिराऊँ
तुम पीठ पे लेना मैं हाथ लगाऊँ
दिन डूबे ना
तेरी मेरी अट्टी-बट्टी
दांत से काटी कट्टी
रे जियो ना ओ पिहू रे
ओ पीहू रे ना जईओ न
कभी-कभी यूं करना मैं डांटू और तुम डरना
उबल पड़े आँखों से मीठे पानी का झरना
तेरे दोहरे बदन सिल जाऊँगी रे
जब करवट लेना छिल जाऊँगी रे
ओ संग ले जाऊँगा
तेरी-मेरी अंगनी-मंगनी
अंग संग लागे संगनी
संग ले जाऊं ओ पिहू रे
ओ साथी रे दिन डूबे न
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