tag:blogger.com,1999:blog-2430362370472571027.post1766843835012706829..comments2023-11-03T18:47:14.849+05:30Comments on गीत: आमार मुक्ति आलोय आलोयAnamikaghatakhttp://www.blogger.com/profile/00539086587587341568noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2430362370472571027.post-8572020848117347872011-07-27T21:18:15.604+05:302011-07-27T21:18:15.604+05:30अनुवाद होने के बाद अब मंशा पूरी तरह समझ पा रहा हूँ...अनुवाद होने के बाद अब मंशा पूरी तरह समझ पा रहा हूँ .<br />इस वीडियो का लिंक भी दीजिये ताकि इसे साथ लगाया जा सके . इस गाने का तरन्नुम दिल में क्यों उतरता जाता है ?<br /><br />शुक्रिया .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2430362370472571027.post-21856735069192854502011-07-27T08:58:17.054+05:302011-07-27T08:58:17.054+05:30मुझे आपका यह गीत बहुत अच्छा लगा । मुझे बांग्ला भाष...मुझे आपका यह गीत बहुत अच्छा लगा । मुझे बांग्ला भाषा भी बहुत अच्छी लगती है । हमारे पीर मौलाना क़ारी साहब बंगाल के 24 परगना ज़िले के ही हैं। हमारी एक चाची भी बहुत अच्छी बांग्ला जानती हैं । मैंने बांग्ला भाषियों को हमदर्द पाया है ।<br />मैं आपका यह गीत मुशायरे में लगाना चाहता हूँ ।<br />लोगों की आसानी के लिए आप इसका अनुवाद भी कर दीजिए ।<br /><br />आभार तोमार<br /><br />सही है न ?DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2430362370472571027.post-47141452206237945172011-07-27T08:58:03.742+05:302011-07-27T08:58:03.742+05:30मुझे आपका यह गीत बहुत अच्छा लगा । मुझे बांग्ला भाष...मुझे आपका यह गीत बहुत अच्छा लगा । मुझे बांग्ला भाषा भी बहुत अच्छी लगती है । हमारे पीर मौलाना क़ारी साहब बंगाल के 24 परगना ज़िले के ही हैं। हमारी एक चाची भी बहुत अच्छी बांग्ला जानती हैं । मैंने बांग्ला भाषियों को हमदर्द पाया है ।<br />मैं आपका यह गीत मुशायरे में लगाना चाहता हूँ ।<br />लोगों की आसानी के लिए आप इसका अनुवाद भी कर दीजिए ।<br /><br />आभार तोमार<br /><br />सही है न ?DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.com