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तुम्हे नहीं मिला मेरा परिचय
जानो जिसे तुम वो नहीं हूँ मैं
जो माला पहनाया तुमने ,सूखे वो पल पल में
प्रकाश भी सहमा जाय ,
वायु-स्पर्श भी न सहा जाय ,
आओ-आओ विषाद जलाओ शिखा
मेरे मस्तक में लगाओ अग्निमयी टीका
मरण आये चुपके से परम प्रकाश रूप में
सभी आवरण से हो जाऊं मुक्त
और सभी पराजय का हो जाय अंत ||
তুমি মোর পাও নাই পরিচয়।आओ-आओ विषाद जलाओ शिखा
मेरे मस्तक में लगाओ अग्निमयी टीका
मरण आये चुपके से परम प्रकाश रूप में
सभी आवरण से हो जाऊं मुक्त
और सभी पराजय का हो जाय अंत ||
তুমি যারে জান সে যে কেহ নয়, কেহ নয়॥
মালা দাও তারি গলে, শুকায় তা পলে পলে,
আলো তার ভয়ে ভয়ে রয়--
বায়ুপরশন নাহি সয়॥
এসো এসো দুঃখ, জ্বালো শিখা,
দাও ভালে অগ্নিময়ী টিকা।
মরণ আসুক চুপে পরমপ্রকাশরূপে,
সব আবরণ হোক লয়--
ঘুচুক সকল পরাজয়॥
bahut sundar
जवाब देंहटाएंvah
keya baat hai