फ़ॉलोअर

SWAMI VIVEKANAND SAID:



"TALK TO YOURSELF ATLEAST ONCE IN A DAY
OTHERWISE
YOU MAY MISS A MEETING WITH AN EXCELLENT PERSON IN THIS WORLD".........

गुरुवार, 4 अगस्त 2011

उन पुराने दिनों.......ravindra sangeet


उन पुराने  दिनों  की बातें हाय कैसे भूल पाओगे                              পুরানো সেই দিনের কথা ভুলবি কি রে হায়।
वो आँखों में झांकना ,दिल की बातें करना वो  कैसे भूल पाऊँ           ও সেই চোখে দেখা, প্রাণের কথা, সে কি ভোলা যায়।
आओ और एकबार आओ हे सखा ह्रदय में समा जाओ                 আয় আর একটিবার আয় রে সখা, প্রাণের মাঝে আয়।
हम सुख-दुःख की बातें करें जी भर कर आओ                              মোরা সুখের দুখের কথা কব, প্রাণ জুড়াবে তায়।
वो  हमारा  भोर बेला में फूल चुनना , झूला झूलना                         মোরা ভোরের বেলা ফুল তুলেছি, দুলেছি দোলায়--
बकुल के पेड़ के नीचे बंसी बजाकर  गाना सुनाना                              বাজিয়ে বাঁশি গান গেয়েছি বকুলের তলায়।
फिर कुछ दिनों के लिए हुए  अलग गए कौन कहाँ                            হায় মাঝে হল ছাড়াছাড়ি, গেলেম কে কোথায়--
अब फिर से हम मिले हैं सखा आओ प्राण में समा जाओ                     আবার দেখা যদি হল, সখা, প্রাণের মাঝে আয়॥


0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें

iframe>

Comments

विजेट आपके ब्लॉग पर

BidVertiser

www.hamarivani.com

www.hamarivani.com